Punjab: खुशप्रीत सिंह ने अपराध की दुनिया में लॉरेंस बिश्नोई जैसा नाम बनाने की थी ख्वाहिश, विदेशी गैंगस्टरों से लेता था टास्क
Punjab पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल सेल) ने एक बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए अपराधी खुशप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी सोमवार शाम को लोपोके में जब वह एक व्यापारी से फिरौती मांगने जा रहा था, एक मुठभेड़ के दौरान की गई। इस मुठभेड़ में खुशप्रीत सिंह को पुलिस की गोली लगने के बाद वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे और उसके पांच साथियों को गिरफ्तार किया।
खुशप्रीत सिंह, जो अब तक अपराध की दुनिया में खुद को एक बड़ा नाम बनाने की कोशिश कर रहा था, ने लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया जैसे कुख्यात अपराधियों से प्रेरणा ली थी। इन अपराधियों के नाम अपराध की दुनिया में एक बड़े स्तर पर प्रसिद्ध हैं, और खुशप्रीत सिंह भी उन्हीं की तरह खुद को स्थापित करने की चाहत रखता था।
अपराध की दुनिया में पहला कदम
खुशप्रीत सिंह ने दो साल पहले अपराध की दुनिया में पहला कदम तब रखा था जब उसने एक हमले के मामले में अपनी भागीदारी की थी। इसके बाद उसकी मुलाकात बलजिंदर सिंह उर्फ डोनी बाल से हुई, जो अमेरिका में रहकर अपनी गैंग चलाता था। डोनी बाल के संपर्क में आकर खुशप्रीत ने धीरे-धीरे छोटे-मोटे अपराधों से लेकर फिरौती की मांग करने तक के कदम उठाए।
पुलिस के साथ मुठभेड़
सोमवार शाम को अमृतसर ग्रामीण पुलिस की विशेष प्रकोष्ठ ने खुशप्रीत सिंह और उसके पांच अन्य साथियों को गिरफ्तार किया। ये सभी अपराधी लोपोके में एक व्यापारी से फिरौती मांगने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए जब उनका पीछा किया तो अपराधियों ने कार से बैरियर को तोड़ते हुए भागने की कोशिश की। पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें खुशप्रीत सिंह के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया और बाकी पांचों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार हुए अन्य अपराधियों में चंदन सिंह, हरप्रीत सिंह, जसनप्रीत सिंह और गुरमनप्रीत सिंह शामिल हैं, जो सभी चुस्देवाल गांव के निवासी हैं।
खुशप्रीत का विदेशी गैंग्स के साथ संपर्क
जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि खुशप्रीत सिंह न केवल डोनी बाल के संपर्क में था, बल्कि वह प्रabh दासूवाल और मन घनश्यामपुरिया जैसे अन्य अपराधियों से भी इंटरनेट मीडिया के जरिए संपर्क बनाए रखता था। ये अपराधी, जो विदेशों में स्थित थे, खुशप्रीत को आदेश देते थे कि वह पंजाब के विभिन्न इलाकों में व्यापारियों को धमकाकर पैसे वसूलने के लिए गोलीबारी करें।
खुशप्रीत सिंह ने स्वीकार किया कि डोनी बाल और प्रभ दासूवाल ने उसे कहा था कि वह अपनी गैंग में ज्यादा से ज्यादा बेरोजगार युवाओं को भर्ती करे, ताकि उसे व्यापारियों के बारे में जानकारी मिल सके और वह लाखों-करोड़ों रुपये की फिरौती वसूल सके।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
खुशप्रीत सिंह के खिलाफ 1 नवंबर को पट्टी पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें उसने एक ड्रग व्यापारी के घर के बाहर गोलियां चलाकर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने इस मामले में उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
पुलिस के लिए चुनौती
पंजाब पुलिस के लिए खुशप्रीत सिंह और उसकी गैंग के खिलाफ कार्रवाई करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है, क्योंकि यह गैंग विदेशों से निर्देश लेकर भारत में अपराध कर रही थी। पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और उसकी गिरफ्तारी के बाद उसकी जांच में कई और महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं।
तान तारण पुलिस करेगी रिमांड
खुशप्रीत सिंह पहले से ही तान तारण पुलिस द्वारा वांछित था। इस बारे में अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने तान तारण पुलिस को जानकारी दी है, और अब तान तारण पुलिस उसे प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करने के लिए तैयार है। इसके बाद, उसे तान तारण पुलिस अपने रिमांड पर लेगी ताकि उससे और जानकारी हासिल की जा सके और उसके गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में पता चल सके।
खुशप्रीत का अपराध की दुनिया में बढ़ता हुआ प्रभाव
खुशप्रीत सिंह का यह प्रयास था कि वह पंजाब में अपराध की दुनिया में अपनी पहचान बनाए, और इसके लिए उसने पहले से स्थापित कुख्यात गैंगस्टरों से ही सीखने की कोशिश की थी। उसके विदेशी गैंगस्टरों के साथ संपर्क ने उसकी गतिविधियों को और भी संगठित किया था, जिससे वह बड़े पैमाने पर फिरौती वसूलने और व्यापारियों को डराने में सफल होता था।
खुशप्रीत सिंह की गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया कि पंजाब में अपराधी किस हद तक अपने नेटवर्क को फैलाकर काम कर रहे हैं। पंजाब पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल अपराधियों के लिए एक चेतावनी दी है, बल्कि यह भी साबित किया है कि पुलिस अपने अभियान को लेकर गंभीर है। हालांकि, यह घटना इस बात को भी दर्शाती है कि पंजाब में अपराध की दुनिया अब इंटरनेशनल नेटवर्क के साथ जुड़ी हुई है और पुलिस को ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने होंगे।
इस गिरफ्तारी के बाद उम्मीद की जा रही है कि पंजाब पुलिस भविष्य में और भी गैंगस्टरों को पकड़ने में सफल होगी और इस तरह की अंतर्राष्ट्रीय गैंगवार की घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।